AstraZeneca का दावा प्रभावी है उसकी Corona Vaccine
बीते दिनों में AstraZeneca की वैक्सीन को लेकर यह आशंका पैदा हुई थी कि इसके इस्तेमाल के बाद शरीर में ख़ून के थक्के बन रहे हैं.
- Khidki Desk

अमेरिकी अधिकारियों के साथ सार्वजनिक टकराव के बाद एस्ट्राजेनेका ने जोर दिया कि उसका कोविड-19 टीका विवादित अमेरिकी अध्ययन में अतिरिक्त मामलों की गणना के बावजूद भी काफी प्रभावी है.
एस्ट्राजेनेका ने बुधवार देर रात कहा कि उसने अध्ययन के आंकड़ों को दोबारा गिना. वह इस नतीजे पर पहुंची कि यह टीका कोरोना वायरस संक्रमण के ऐसे मामलों में 76 प्रतिशत तक प्रभावी है, जिनमें संक्रमण के लक्षण होते हैं.
एस्ट्राजेनेका टीके को लेकर फिर से विश्वास बहाल करने के मकसद से अमेरिका में 32000 लोगों पर हुए अध्ययन के नतीजों की गिनती कर रही थी. नई गिनती कोविड-19 के 190 मामलों पर आधारित है जो अध्ययन के दौरान उभरे. यह इस हफ्ते के शुरू में अध्ययन में शामिल किये गए मामलों की संख्या से 49 ज्यादा हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में किए गए अध्ययन में उसने टीके के 79 प्रतिशत तक प्रभावी होने का दावा किया था.
एक दिन पहले ही अध्ययन का विश्लेषण करने वाली एक स्वतंत्र समिति ने एस्ट्राजेनेका पर आंकड़ों को छिपाने का आरोप लगाया था.
समिति ने कंपनी और अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों को कड़े शब्दों में लिखे पत्र में कहा कि कंपनी ने अध्ययन में जिक्र किए गए कुछ कोविड-19 मामलों को छोड़ दिया है. कुछ विशेषज्ञों ने कहा कि एस्ट्राजेनेका के मुहैया कराए नए आंकड़े भरोसा देने वाले हैं.
ब्रिटेन, यूरोप और दूसरे देशों में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल के बावजूद यहां उसके इस्तेमाल को लेकर मुश्किलें खड़ी हो रही हैं. पहले हुए अध्ययनों के आंकड़े इसके प्रभाव को लेकर एकरूप नहीं रहे हैं. पिछले हफ्ते खून के थक्के जमने की आशंका के बाद कुछ देशों में इसका इस्तेमाल कुछ वक्त के लिए रोक दिया गया था.
यूरोपियन मेडिसिन्स एजेंसी के टीकों से खून का थक्का जमने को बढ़ावा नहीं मिलने की बात कहे जाने के बाद अधिकतर देशों ने इसका इस्तेमाल फिर शुरू कर दिया है. हालांकि उसने यह टीका लगवाने वालों को चौकस रहने की सलाह दी है. अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जब संघीय नियामक सभी आंकड़ों की सार्वजनिक तौर पर जांच कर लेंगे तो विवाद खत्म हो जाएगा. उन्होंने अनुमान जताया कि यह अच्छा टीका साबित होगा.