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कोरोना के बीच यूं मनाया जा रहा है ईद का त्यौहार

इस बार अलग अलग देशों की सरकारों और मुसलमान धार्मिक संस्थाओं ने मुसलमान श्रृद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक दैहिक दूरी के एहतियातों को बरतते हुए ईद मनाएं ताकि कोरोनावायरस को फ़ैलने से रोका जा सके.

-khidki desk




रमज़ान के महीने के ख़त्म होने के बाद दुनिया भर में मुसलमान ईद का त्योहार मना रहे हैं. यह त्योहार इस बार कुछ ख़ास इसलिए है क्योंकि इस बार कोरानावायरस के प्रकोप के चलते दुनिया भर में दैहिक दूरी बरक़रार रखना एक मजबूरी हो गया है. पारंपरिक तौर पर मुसलमानों का यह सबसे महत्वपूर्ण त्योहार आपसी मेल जोल, साझा इबादत और उत्सव का त्योहार है. लोग इस मौक़े पर गले मिल कर मुबारक़बाद, और दावतें देते हैं.


लेकिन इस बार अलग अलग देशों की सरकारों और मुसलमान धार्मिक संस्थाओं ने मुसलमान श्रृद्धालुओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक दैहिक दूरी के एहतियातों को बरतते हुए ईद मनाएं ताकि कोरोनावायरस को फ़ैलने से रोका जा सके.


दुनिया भर से इसबार एकाकी पन में ईद मनाए जाने की ख़बरें हैं हालांकि लोग विडियो कॉंफ्रेंसिंग और दूसरी तकनीकों के ज़रिए साथ मिल कर ईद मनाने का एहसास साझा कर रहे हैं.


इसबीच अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान ने ईद के दौरान युद्ध वीराम की घोषणा की है. उसने कहा है कि वह इस दौरान ​अगर सरकारी सेनाओं की ओर उस पर हमला होता है तो केवल अपनी सुरक्षा के लिए ही हथियार उठाएगा. बीते हफ्ते अफ़ग़ानिस्तान के एक प्रसूति अस्पताल, और एक शवयात्रा में हुए चरमपंथी हमले ने पूरी दुनिया को हिला दिया था. हालांकि प्रसूति अस्पताल में हुए अमानवीय हमले की किसी भी संगठन ने ज़िम्मेदारी नहीं ली थी.


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