'ईरान ड्रोन हमले का ज़िम्मेदार': ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी
ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के नेताओं ने संयुक्त राष्ट्र में एक साझा बयान में इस महीने सऊदी के दो तेल क्षेत्रों पर हुए हमलों के लिए ईरान को दोषी ठहराया है.
-khidki desk

अमेरिका और सऊदी अरब के बाद अब ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के नेताओं ने सऊदी के दो तेल क्षेत्रों पर हुए हमलों के लिए ईरान को दोषी ठहराया है. वैश्विक नेताओं की वार्षिक संयुक्त राष्ट्र सभा में शामिल हुए, तीनों देशों के प्रमुखों ने एक साझा बयान में ईरान के ख़िलाफ़ यह आरोप लगाए हैं.
सोमवार को, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, वैश्विक नेताओं की वार्षिक संयुक्त राष्ट्र सभा में शामिल हुए, जिसमें ईरान को लेकर रणनीति के लिए वार्ता हुई.
तीनों नेताओं ने संयुक्त बयान में कहा, "हम इस बात को लेकर स्पष्ट हैं कि ईरान इस हमले की ज़िम्मेदारी ले. इसके अलावा कोई दूसरा स्पष्टीकरण नहीं है."
तीनों देशों ने कहा कि वे 2015 के ईरान परमाणु समझौते के लिए प्रतिबद्ध हैं. लेकिन यह मांग की कि तेहरान अपनी कुछ प्रतिबद्धताओं का पूर्ण अनुपालन करे. समय आ गया है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम, साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों, जिसमें वह अपने मिसाइल कार्यक्रमों को शामिल करता है, के लिए दीर्घकालिक वार्ता स्वीकार करे.
ये ड्रोन हमले 14 सितंबर को किए गए थे, जिसमें अब्कैक कंपनी के सबसे बड़े तेल-प्रसंस्करण संयंत्र और खुरायिस में तेल क्षेत्र को काफी क्षति पहुंची है. हाउथी विद्रोहियों ने इन हमलों की ज़िम्मेदारी ली थी लेकिन सऊदी और अमेरिका ने इसके लिए ईरान को दोषी बताया था.
उधर ईरान के विदेश मंत्री जवाद ज़ारीफ़ ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि तेल हमलों के पीछे उनके देश का हाथ नहीं था. ज़ारीफ़ ने न्यूयॉर्क में संवाददाताओं से कहा, "अगर ईरान इस हमले के पीछे होता तो इस रिफ़ाइनरी में कुछ भी नहीं बचता."