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लद्दाख में टकराए भारत-चीन

इस हिंसक झड़प से उन कोशिशों को तगड़ा झटका लगा है जिसके तहत दोनों देश सीमा विवाद को बातचीत के ज़रिए हल करने पर ज़ोर दे रहे थे.

- Khidki Desk




पूर्वी लद्दाख की गालवान वैली में भारत और चीन के बीच बीते कुछ हफ़्तों से चला आ रहा सीमा विवाद मंगलवार को हिंसक झड़प में तब्दील हो गया जिसमें भारत के कम से कम 20 सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी। साल 1975 के बाद यह पहली बार है जब दोनों देशों के बीच हुई झड़प में जान-माल का नुकसान हुआ।


हालांकि भारतीय मीडिया में ये दावा भी किया जा रहा है कि उसने चीन के 43 सैनिकों को मार गिराया है पर अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।


इस हिंसक झड़प से उन कोशिशों को तगड़ा झटका लगा है जिसके तहत दोनों देश सीमा विवाद को बातचीत के ज़रिए हल करने पर जोर दे रहे थे।


भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात पर बातचीत करने के लिए 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। आज सुबह भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अगुआई में भी एक उच्चस्तरीय बैठक हुई।


वहीं इस हिंसक झड़प के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि भारतीय सेना के उकसावे के कारण यह हिंसक झड़प हुई। चीन ने भारतीय सेना पर सीमा पार करने का आरोप भी लगाया है। जबकि भारत के विदेश मंत्रालय ने चीन पर सीमा पर कायम यथास्थिति बदलने का आरोप लगाया।


हालांकि इस तनाव के बीच दोनों देश अब भी विवाद को बातचीत के जरिए ही सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लीजियन ने हालात को नियंत्रण में बताया है।


इधर भारत और चीन के बीच जारी इस विवाद पर संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जाहिर की है। वहीं, अमेरिका ने भारत और चीन से इस मुद्दे को शांति से सुलझाने की अपील की है।

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