भारत में कोरोना का फिर उभार, रोका जाएगा वैक्सीन का निर्यात
भारत में मिले कोरोना के नए वैरिएंट्स, संक्रमण और मौत के मामलों में फिर उभार. वैक्सीन के निर्यात पर अस्थाई रोक लगाने का फ़ैसला.
- Khidki Desk
दुनिया भर में कोरोना के मामलों में फिर से उछाल देखा जा रहा है. जहां एक ओर ब्राज़ील में एक ही दिन में 3000 से अधिक लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई है, वहीं भारत ने भी कोरोना के नए 'डबल म्युटेंट वेरिएंट' मिलने का दावा किया है और कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर से उभार दिखाई दिया है.
बुधवार को भारत में इस साल के सबसे अधिक संक्रमण और मौत के मामले दर्ज किए गए हैं. इस बीच भारत ने तय किया है कि लगातार बढ़ते मामलों के बीच कोविड वैक्सीन के विदेशों को निर्यात पर अस्थाई तौर पर रोक लगाई जाएगी.
भारत के स्वास्थ मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर भारत में कोरोना वायरस के एक नए 'डबल म्यूटेंट वैरिएंट' के मिलने की जानकारी दी है.
मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि देश के 18 राज्यों में कई 'वैरिएंट ऑफ़ कंसर्न्स' यानि VOCs) पाए गए हैं जो कि स्वास्थ पर अलग अलग तरह का प्रभाव डाल सकते हैं. इनमें से महाराष्ट्र राज्य में एक नया 'डबल म्युटेंट वेरिएंट' पाया गया है जो कि अब तक कहीं दूसरी जगह नहीं पाया गया था.
बुधवार को भारत में इस साल के सबसे अधिक संक्रमण और मौत के मामले दर्ज किए गए हैं. 24 घंटों के भीतर भारत में 47,262 नए मामले दर्ज किए गए हैं और 275 लोगों की मौत हो गई है.
इधर समाचार वेबसाइट बीबीसी ने भारतीय विदेश मंत्रालय के एक सूत्र के हवाले से ख़बर छापी है कि भारत ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका कोरोनावायरस वैक्सीन के निर्यात पर अस्थाई रोक लगा दी है. कहा गया है कि लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के चलते आने वाले हफ़्तों में भारत में वैक्सीन का घरेलू इस्तेमाल बढ़ सकता है जिसके चलते यह रोक लगाई जा रही है. अधिकारियों की ओर से बताई गई इस 'अस्थाई रोक' के चलते अप्रैल के आख़िर तक इसका निर्यात प्रभावित रहेगा.
भारत के इस क़दम से विश्व स्वास्थ संगठन की Covax योजना के तहत आने वाले दुनिया भर के 190 देश प्रभावित होंगे. भारत ने अब तक 76 देशों को 6 करोड़ वैक्सीन की डोज़ निर्यात की हैं जिनमें से अधिकतर ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका जिसका उत्पादन भारत में वैक्सीन की सबसे बड़ी उत्पादक Serum Institute of India कर रही है. लेकिन हाल के दिनों में इस कंपनी ने अलग अलग देशों को भेजे जाने वाले AstraZeneca jab के कई शिपमेंट्स में देरी की है.