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'अमेरिकी दबाव में नहीं आएगा ईरान' : ख़मनेई

ख़मनेई ने अपने संबोधन में पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प को मूर्ख बताते हुए कहा, कि उन्होंने ईरान के ख़िलाफ़ जितना संभव था उतना दबाव डालने के लिए अधिकतम् आर्थिक प्रतिबंध लगाए जो कि एक बड़ा अपराध है.

- Khidki Desk

Ayatollah Ali Khamenei
PC: Twitter Ayatollah Ali Khamenei

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह अली ख़मनेई ने इस बात को फिर से दोहराया है कि ईरान उस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों में छूट दिए जाने के लिए अमेरिकी दबाव में नहीं आएगा.


रविवार को पर्सियन नव वर्ष की शुरूआत के मौके पर देश के नाम अपने एक घंटे के ​टेलिवाइज़्ड संबोधन में ख़मनेई ने यह बात कही.


ख़मनेई ने अपने संबोधन में पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प को मूर्ख बताते हुए कहा, कि उन्होंने ईरान के ख़िलाफ़ जितना संभव था उतना दबाव डालने के लिए अधिकतम् आर्थिक प्रतिबंध लगाए जो कि एक बड़ा अपराध है.

ख़मनेई ने आगे कहा, ''ट्रम्प ने जिस बदनाम तरीक़े की भी हद पार कर दी उसने उनके ही देश का अपमान किया. अब नई अमेरिकी सरकार को समझना चाहिए कि — 'अधिकतम' दबाव बनाने की उनकी रणनीति अब तक नाकाम होती आई है, और अगर वह भी इसे ही जारी रखना चाहती है तो आगे भी नाकाम ही होगी.''


2018 में ट्रम्प प्रशासन एकतरफ़ा तौर पर 2015 के ईरान परमाणु समझौते से पीछे हट गया था. बाइडेन के सत्ता सम्हालने के बाद उन्होंने इस समझौते में अमेरिका की वापसी के संकेत तो दिए हैं लेकिन उससे पहले ईरान पर समझौते की शर्तों को पूरी तरह लागू करने का दबाव बनाया है.



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