
बोलसोनारो पर लैंसेट के कड़े बोल
साइंस जर्नल लैंसेट ने बोलसोनारो की लापरवाही और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे क़दमों को लेकर उनके रूख़ के साथ ही लॉकडाउन को लेकर उनके रवैये, के आधार पर उनकी यह आलोचना की है।
- Khidki Desk

लीडिंग साइंस जर्नल द लैंसेट ने ज़ैयर बोलसोनारो को कोरोना वायरस महामारी के ख़िलाफ़ जूझने में सबसे बड़ा ख़तरा बताया है. लैंसेट ने अपने सम्पादकीय में राष्ट्रपति बोलसोनारो की तीखी आलोचना की है.
लैंसेट ने बोलसोनारो की लापरवाही और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे क़दमों को लेकर उनके रूख़ के साथ ही लॉकडाउन को लेकर उनके रवैये, के आधार पर उनकी यह आलोचना की है. इस सम्पादकीय में कहा गया है कि ब्राजील के गर्वनर्स की तरफ़ से कोविड-19 के जिन उपायों का ऐलान किया गया है उनका उल्लंघन करके राष्ट्रपति लोगों को जोख़िम में डाल रहे हैं. सम्पादकीय ने बोलसोनारो की आलोचना करते हुए यह तक कह दिया है कि हाल में स्वास्थ्य मंत्री को हटाना और न्याय मंत्री का इस्तीफ़ा स्वास्थ्य आपातकाल के बीच लोगों का ध्यान बांटने की कोशिश थी. दरअसल बोलसोनारो ने इस महामारी के ख़तरे के बीच कई बेतुके बयान दिए हैं. बीते दिनों उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कोरोना को ख़तरा मानने से ही इनकार कर दिया था. वे दुनिया भर में तबाही मचा चुके कोरोना वायरस को मामूली फ्लू कह चुके हैं.
ब्राजील में अभी तक कोरोना (Covid-19) के 1,45,800 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं जबकि करीब 10,000 लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गयी है.