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इंडोनेशिया में भूस्खलन और बाढ़ का क़हर

राष्ट्रीय आपदा नियंत्रण एजेंसी की प्रमुख लेन्नी ओला ने बताया कि पूर्वी नूसा तेंग्गरा प्रांत के एडोनारा द्वीप के लमेनेले गांव के दर्जनों घरों पर आधी रात के बाद आसपास की पहाड़ियों से भारी मात्रा में मिट्टी गिरने लगी.

- Khidki Desk


इंडोनेशिया के पूर्वी हिस्से में कैथोलिक बहुल फलोरेस आईलैंड पर ईस्टर की सुबह, कहर बनकर टूटी. मूसलाधार बारिश की वजह से हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में कम से कम 66 लोगों की मौत हो गई है. हजारों लोग बेघर हो गए हैं और दो दर्जन लोग लापता हैं. घर कीचड़ से भर गए और सड़क-पुल तबाह हो गए.


राष्ट्रीय आपदा नियंत्रण एजेंसी की प्रमुख लेन्नी ओला ने बताया कि पूर्वी नूसा तेंग्गरा प्रांत के एडोनारा द्वीप के लमेनेले गांव के दर्जनों घरों पर आधी रात के बाद आसपास की पहाड़ियों से भारी मात्रा में मिट्टी गिरने लगी. बचाव कर्मियों ने 35 शवों और कम से कम पांच घायलों को निकाला है. एजेंसी के मुताबिक दूसरी जगहों पर भी बाढ़ से कम से कम छह लोगों की मौत हुई है.कम से कम 27 लोग अब भी लापता हैं.


बाढ़ में 40 घर तबाह हो गए हैं और सैकड़ों घर कीचड़ वाले पानी में डूब गए हैं और कुछ घर तो सैलाब में बह गए हैं. राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रवक्ता रादित्य जाती ने बताया कि सैकड़ों लोग बचाव अभियान में लगे है. लेकिन बिजली कटने, सड़कें अवरूद्ध होने और दूरदराज़ का इलाका होने से मदद पहुंचाने में दिक्कत आ रही है.


पड़ोसी प्रांत पश्चिम नूसा तेंग्गरा के बीमा शहर में भी भीषण बाढ़ की रिपोर्ट मिली है, जिस वजह से करीब 10 हजार लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है.


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