बंदर दिखाएंगे कोरोनावायरस से निपटने की राह?
पहली बार संक्रमित किए जाने के 28 दिनों के बाद जब इनमें से 4 बंदरों को फिर से वायरस की अगली डोज़ दी गई. लेकिन इस बार, उनके तापमान में मामूली उभार आया लेकिन उसके अलावा रिइंफ़ेक्शन के कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए.
- Khidki Desk

साइंस नाम की एक विज्ञान पत्रिका में छपे चीनी शोध के मुताबिक़ बंदर कोरोनावायरस के ख़िलाफ़ शॉर्ट टर्म इम्युनिटी विकसित करने में क़ामयाब हुए हैं. इस शोध में 6 बंदरों को SARS-CoV-2 वायरस यानि कोरेाना वायरस की डोज़ उनकी वायुनली के ज़रिए दी गई थी. जिसके बाद उनमें हल्के से लेकर मध्यम क़िस्म के लक्षण देखे गए और इन लक्षणों को ठीक होने में तक़रीबन दो हफ़्तों का समय लगा.
पहली बार संक्रमित किए जाने के 28 दिनों के बाद जब इनमें से 4 बंदरों को फिर से वायरस की अगली डोज़ दी गई. लेकिन इस बार, उनके तापमान में मामूली उभार आया लेकिन उसके अलावा रिइंफ़ेक्शन के कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए.
इस शोध ने दिखाया है कि बंदरों ने कोरोनावायरस के ख़िलाफ़ शुरूआती प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ली है. ऐसे में शोधकर्ताओं को कोरोनावायरस के लिए प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सूत्र तो मिले हैं और यहां से कोई राह खुल सकती है लेकिन इंसानों में इस तरह की इम्युनिटी कब तक बरक़रार रहेगी यह अब भी सवाल बना हुआ है.
लाखों लोग जो इस संक्रमण से ठीक हो पाए हैं उनके अध्ययन से इस सवाल का सटीक जवाब मिल सकता है. यह शोध इस वायरस के टीके को विकसित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.