मंगल की सतह पर उतरा नासा का 'Perseverance'
यह यान पृथ्वी से बाहर किसी ग्रह में उतरी अब तक की सबसे अत्याधुनिक एस्ट्रोबायोलॉजी लैबोरेट्री है जिसका मक़सद मंगल में पुरातन माइक्रोबायल जीवन की तलाश करना है.
- Khidki Desk
नासा के अंतरिक्ष यान Perseverance ने जब मंगल की सतह को छुआ तो लॉस एंजलेस शहर के नज़दीक नासा की Jet Propulsion Laboratory में इस अभियान से जुड़े वैज्ञानिक और स्टाफ़ झूमने लगे और तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी.
कुछ देर बार इस यान ने अपने नए घर की पहली तस्वीर भेजी जिसे नासा ने ट्वीट किया है.
नासा की पिछले दो सालों से चल रही 2.7 अरब अमेरिकी डॉलर की इस परियोजना का सबसे कठिन हिस्सा इसकी लैंडिंग को माना जा रहा था. जिसमें यह यान क़ामयाब हुआ है.
यह यान पृथ्वी से बाहर किसी ग्रह में उतरी अब तक की सबसे अत्याधुनिक एस्ट्रोबायोलॉजी लैबोरेट्री है जिसका मक़सद मंगल में पुरातन माइक्रोबायल जीवन की तलाश करना है.
यह यान मंगल के अपने टारगेटेड ज़ोन, जेज़रो क्रैटर में उतरा है, जहां लंबे समय पहले सूख चुकी झील में उसे जीवन के अवशेषों की तलाश करनी है. यह यान अरबों साल पहले माइक्रो-ऑर्गनिज़्म्स की किसी भी गतिविधि के चिन्हों की जांच करेगा.
इस रोबोटिक यान ने मंगल में अपनी लैंडिंग तक तक़रीबन सात महीने का समय लिया है, और इस दौरान इसने 47 करोड़ 20 लाख किलोमीटर की दूरी तय की.