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मानहानि के आरोप में नावल्नी ले जाए गए कोर्ट

मौजूदा मामला सरकार मीडिया में प्रसारित किए गए विडियो ब्रॉडकास्ट से जुड़ा है जिसकी नावल्नी ने आलोचना की थी.

- Khidki Desk

शुक्रवार को रूस में राष्ट्रपति पुतिन के कड़े आलोचक माने जाने वाले नेता अलक्ज़ेई नावल्नी ​को मानहानि से जुड़े एक मामले के लिए कोर्ट में पेश किया गया. उन पर द्वितीय विश्वयुद्ध में शामिल रहे एक बुजुर्ग का अपमान करने का आरोप है. कोर्ट के बाहर भारी सुरक्षा इंतज़ाम किए गए थे. इससे पहले एक अलग मामले में नावल्नी को 3 साल की जेल की सज़ा सुनाई गई है जिस पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रियाएं आई थीं.


मौजूदा मामला सरकार मीडिया में प्रसारित किए गए विडियो ब्रॉडकास्ट से जुड़ा है जिसकी नावल्नी ने आलोचना की थी. इस विडियो में कई नागरिक रूस के संविधान में किए गए हालिया बदलाव की तारीफ़ कर रहे थे. आलोचकों का कहना है कि इस संविधान में किए गए इस बदलाव से राष्ट्रपति व्लैदिमिर पुतिन ने रूस की सत्ता पर तक़रीबन आजीवन अपना क़ब्ज़ा बना लिया है.


नावल्नी ने इस विडियो की एक क्लिप को ट्वीट करते हुए उसमें दिखाई दे रहे लोगों को traitors यानि देशद्रोही बताया था. इस विडियो में द्वितीय विश्वयुद्ध में शामिल रहे एक बुजुर्ग भी थे जिन्हें नावल्नी का यह ट्वीट अपना अपमान लगा और उन्होंने कहा कि इससे वह आहत हुए और उनका स्वास्थ भी ख़राब हो गया. और इसी बात ने उन्हें नावल्नी के ख़िलाफ़ मान​हानि का मुक़दमा दायर करने के लिए प्रेरित किया.


नावल्नी राष्ट्रपति पुतिन के बेहद कड़े आलोचक हैं. ​पिछले साल एक हवाई यात्रा के दौरान उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई थी. बाद में उन्हें कोमा के हालात में जर्मनी लाया गया जहां डॉक्टरों का कहना था कि उन्हें ज़हर दिया गया था.

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