इथियोपिया में हिंसा के बाद नौ हज़ार लोग गिरफ़्तार
29 जून को देश के लोकप्रिय गायक हकालू हुंदेसा की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के बाद पूरे देश में कई दिनों तक हिंसा भड़क गई थी.
- Khidki Desk

इथियोपिया में पिछले महीने हुई हिंसक और जानलेवा झड़पों के बाद सरकार ने नौ हज़ार से ज्यादा लोगों को गिरफ़्तार किया है.
सरकार संचालित मानवाधिकार आयोग का कहना है कि इससे इस बात का ख़तरा मंडरा रहा है कि सुधारों के लिए सराही जाने वाली यह सरकार पहले की हुक़ूमतों की तरह निरंकुश तरीके से शासन न करने लग जाए.
अफ़्रीका महादेश के सबसे दमनकारी इतिहास वाले इस देश में 2018 में लोतांत्रिक सुधारों का वादा करके सत्ता में आए प्रधानमंत्री अबी अहमद जातीय समूहों वाले राष्ट्रवाद के उत्थान से निपटने में नाक़ाम साबित हो रहे हैं.
यह समस्या पूरे देश में तेजी से पैर पसार रही है. ग़ौरतलब है कि अबी अहमद को देश में राजनीतिक और आर्थिक सुधारों को सफलता से लागू करने के लिए 2019 का नोबल शांति पुरस्कार दिया गया था.
29 जून को देश के लोकप्रिय गायक हकालू हुंदेसा की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के बाद पूरे देश में कई दिनों तक हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा में राजधानी और ओरोमिया इलाके में 178 लोगों की जान चली गई थी.
सरकार के अधिकारी इन ग़िरफ्तारियों के बारे में पूछने पर कहते हैं कि उनके लिए आदेश मानना सबसे ज़रूरी है.
प्रधानमंत्री के प्रवक्ता बिलेन सोयुम ने कहा कि सरकार की सबसे अहम भूमिका और ज़िम्मेदारी देश में सुरक्षा और स्थायित्व बनाए रखना है, ताकि क़ानून का शासन बना रहे.
पिछले सप्ताहों में उठाए गए कड़े क़दम सरकार के क़ानून और संविधान के प्रति वफ़ादारी को दर्शाते हैं.