दक्षिण अफ़्रीका में 1 जून से लॉकडाउन में ढील
लॉकडाउन के चलते देश की अर्थव्यवस्था पर बुरी तरह से मार पड़ी है और दक्षिण अफ़्रीका की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाली सोने की ख़दानें भी बंद पड़ी हैं.
-Khidki desk

दक्षिण अफ़्रीका सरकार कोरोनावायरस के लिए अपनाए गए सख़्त एहतियातों में कुछ रियायत देने का फ़ैसला किया है . राष्ट्रपति सिरिल रामफ़ोसा ने घोषणा की है कि 1 जून से यह ढील दी जाएगी जिसके चलते रात के समय में कर्फ्यू नहीं रहेगा और अधिकतम् एहतियात बरतते हुए ज़्यादा से ज़्यादा व्यवसायों को फिर से शुरू किया जा सकेगा.
लॉकडाउन के चलते देश की अर्थव्यवस्था पर बुरी तरह से मार पड़ी है और दक्षिण अफ़्रीका की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाली सोने की ख़दानें भी बंद पड़ी हैं.
दक्षिण अफ़्रीका में मौजूद दुनिया की सबसे ग़हरी सोने की ख़दान मोपेंग में काम करने वाले कंपनी के 164 कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी जिसके बाद पूरी साइट में काम बंद कर दिया गया था. हालांकि कहा जा रहा है कि अब इस प्लांट को पूरी तरह सेनेटाइज़ करा दिया गया है. यहां अब फिर काम चालू हो सकेगा.
इधर एहतियातों में ढील देने के साथ ही रामाफ़ोसा ने चेताया है कि हालांकि ढील दी जा रही है लेकिन “सबसे बुरा दौर अभी आना बाक़ी है”. उन्होंने कहा
इस ढील के दौरान शराब पर प्रतिबंध को भी वापस लेने का फ़ैसला लिया गया है. इस पर काफ़ी दिनों से विवाद चल रहा था. हांलांकि सिगरेट की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा।
दक्षिण अफ़्रीका के स्वास्थय मंत्री लॉकडाउन पर ढील देने के राष्ट्रपति के इस फैसले से एकमत नही हैं. उन्होंने पहले ही एक बयान में कोरोना प्रकोप की वजह से स्थितियां भयावह होने की आशंका जताई थी.