नहीं रहा विश्व सिनेमा का लाजवाब सितारा
53 वर्षीय इरफ़ान ख़ान 2018 में, एक दुर्लभ बीमारी न्यूरोएंडोक्रिन कैंसर की चपेट में आ गए थे जिसके बाद से वह इलाज़ करा रहे थे. जीवन के लिहाज से कम ही वर्षों में अपनी पारी समेट लेने वाले इरफ़ान ने अपने फ़िल्मी जीवन में 30 सालों की एक लम्बी पारी खेली.
-khidki desk

अपने जादूई अभिनय से विश्व सिनेमा जगत में गहरी छाप छोड़ने वाले अभिनेता इरफ़ान ख़ान का बुधवार को मुंबई में निधन हो गया. 53 वर्षीय इरफ़ान ख़ान 2018 में, एक दुर्लभ बीमारी न्यूरोएंडोक्रिन कैंसर की चपेट में आ गए थे जिसके बाद से वह इलाज़ करा रहे थे. जीवन के लिहाज से कम ही वर्षों में अपनी पारी समेट लेने वाले इरफ़ान ने अपने फ़िल्मी जीवन में 30 सालों की एक लम्बी पारी खेली. भारतीय सिनेमा जगत को पानसिंह तोमर, मक़बूल, हासिल, नेमसेक, लाइफ़ इन अ मैट्रो, जैसी यादगार फ़िल्में देने वाले इरफ़ान ने अमेरिकी और ब्रिटिश सिनेमा में भी, Life of Pi, Slumdog Millionaire and Jurassic World और एमेजिंग स्पाइडर मैन जैसी कई ब्लॉकबस्टर फ़िल्मों में महत्वपूर्ण क़िरदार निभाए. राजस्थान के टोंक में जन्में इरफ़ान राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक इरफ़ान खान ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरूआत 1988 में आई एक फ़िल्म सलाम बॉम्बे से की थी. इसके बाद उनके संघर्षों का हासिल 2001 में आई एक ब्रिटिश फ़िल्म The Warrior रही जिसने उन्हें स्थापित करने में मदद दी. इसके बाद इरफ़ान के लाजवाब अभिनय ने उन्हें सिनेमा की उंचाइयों तक पहुंचा दिया.वह इसी साल आई फ़िल्म अंग्रेज़ी मीडियम में आख़िरी बार सिनेमा के पर्दे पर दिखई दिए. इस दौरान उन्हें उनके अभिनय के लिए नैश्नल फ़िल्म अवॉर्ड, एशियन फ़िल्म अवॉर्ड और चार बार फ़िल्म फ़ेयर अवॉर्ड्स से नवाज़ा गया। उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री की भी उपाधि दी। बेशक विश्व सिनेमा के चुनिंदा लाजवाब अभिनेताओं में शुमार इरफ़ान की असमय मौत से उनके चाहने वाले गहरे शोक में डूबे हैं.