महाभियोग से ट्रम्प बरी
अमेरिकी कैपिटॉल हॉल में हुई हिंसा को भड़काने के आरोप पर अमेरिकी संसद में, पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के ख़िलाफ़ चलाए गए महाभियोग में ट्रम्प आरोपों से बरी हो गए हैं. यह उन पर दूसरी बार चलाया गया महाभियोग था.
- Khidki Desk

जैसा कि माना जा रहा था कि अमेरिकी संसद में डोनल्ड ट्रम्प के ख़िलाफ़ महाभियोग साबित करने के लिए ज़रूरी बहुमत नहीं जुटाया जा सकेगा, यही हुआ.
शनिवार को सदन में हुई बहस के बाद जब पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प पर महाभियोग के लिए 'गिल्टी' यानि दोषी और 'नॉट गिल्टी' यानि निर्दोष पर मतदान हुआ, तो 57 वोट ट्रम्प को दोषी मानते हुए डाले गए और 43 वोटों ने उन्हें निदोर्ष माना.
हालांकि ट्रम्प को महाभियोग का दोषी मानने के समर्थन में 14 वोट ज़्यादा पड़े लेकिन अमेरिकी क़ानूनों के मुताबिक़ महाभियोग के लिए उनके ख़िलाफ़ दो तिहाई मत पड़ने थे, यानि 10 वोट और ज़्यादा पड़ने थे. लेकिन ऐसा तभी हो सकता था जब ट्रम्प की ख़ुद की रिपब्लिकन पार्टी के 10 और सांसद उनके ख़िलाफ़ मत डालते.
हालांकि 7 रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों ने ट्रम्प को महाभियोग का दोषी मानते हुए मत डाला था.
अमेरिकी संसद की ओर से बरी हो जाने के बाद ट्रम्प ने कहा है कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध का शिकार बनाया गया है और किसी भी राष्ट्रपति को इससे पहले यह सब नहीं झेलना पड़ा.
ट्रम्प पर आरोप था कि उन्होंने एक भड़काऊ भाषण दिया था जिसके बाद उनके समर्थकों ने कैपिटाल हॉल में उत्पात मचाया और अमेरिकी लोकतंत्र को एक दुर्भाग्यपूर्ण दिन देखना पड़ा.
इधर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने डोनल्ड ट्रम्प को बरी किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह एक रिमाइंडर है कि 'लोकतंत्र एक नाज़ुक चीज़ है.' उन्होंने कहा कि डोनल्ड ट्रम्प पर कैपिटॉल में हुए दंगों के लगाए गए आरोपों पर अब भी कोई विवाद नहीं है.
इधर सिनेट की ओर से ट्रम्प को महाभियोग से बरी किए जाने के बाद फिर संकेत दिखाई दिए हैं कि ट्रम्प की अपनी पार्टी पर पकड़ अब भी बरक़रार है हालांकि उनकी पार्टी के 7 सांसदों ने उनके ख़िलाफ़ भी मतदान किया था.