'भूमध्यसागर में कोई रियायत नहीं बरतेगा तुर्की': अर्दोगान
बीते दिनों में तुर्की और ग्रीस के बीच भूमध्यसागर के पूर्वी इलाक़े को लेकर तनाव पैदा हुआ है. तुर्की ने तेल और गैस की खोज के लिए अपने Oruc Reis survey vessel को पूर्वी भूमध्यसागर की ओर भेजा था जो कि तुर्की और ग्रीस के बीच एक विवादित क्षेत्र है.
- Khidki Desk

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप अर्दोगान ने चेतावनी दी है कि वे पूर्वी भूमध्य सागर में 'किसी भी किस्म की रियायत' नहीं बरतेंगे और उन्हें ब्लैक सी और भूमध्यसागर में अपने अधिकारों को पाने के लिए जो भी ठीक लगेगा वह सब कुछ करेंगे.
11 वीं सदी में मलाज़गिर्त में बाइजेंटाइन साम्राज्य पर सेलजुक तुर्कों की सैन्य जीत के स्मृति दिवस के मौक़े पर बुधवार को एक आयोजन में बोलते हुए अर्दोगान ने कहा,
''हमारी निगाहें किसी भी दूसरे के इलाक़े, उसकी संप्रभुता और हितों पर नहीं है, लेकिन जो हमारा है उस पर हम कोई रियायत नहीं बरतेंगे. ऐसा कोई भी ग़लत क़दम उठाने से बचें जो कि तबाही के रास्ते पर ले चले. जो हमारा है उसके लिए हम कोई समझौता नहीं करेंगे. हम वह सबकुछ करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो कि ज़रूरी है.''
बीते दिनों में तुर्की और ग्रीस के बीच भूमध्यसागर के पूर्वी इलाक़े को लेकर तनाव पैदा हुआ है. तुर्की ने तेल और गैस की खोज के लिए अपने Oruc Reis survey vessel को पूर्वी भूमध्यसागर की ओर भेजा था जो कि तुर्की और ग्रीस के बीच एक विवादित क्षेत्र है. तुर्की के इस क़दम को ग्रीस ने ग़ैरक़ानूनी बताया था.
इधर ग्रीस के विदेश मंत्री निकोस डेनडियास ने कहा है -
''ग्रीस अपनी संप्रभुता और अधिकारों की क़ानून तरीक़े से रक्षा करेगा. ग्रीस अपनी राष्ट्रीय और यूरोपीय सीमाओं की भी रक्षा करेगा. उसके पास इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है.''