इस अख़बार ने क्यों छापे मारी गई महिलाओं पर स्मृति लेख
अख़बार की संपादक का कहना है कि यह समाज को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने के मक़सद से किया गया है और साथ ही उनका यह भी कहना है कि यह उन्होंने इसलिए भी किया है कि ये महिलाएं केवल आंकड़ों में ना दर्ज रहें बल्कि उन पर छपे स्मृति लेख उन्हें एक इंसान के तौर पर रेखांकित करें, जो सिर्फ़ इसलिए मारी गईं क्योंकि वे महिला थीं.
- Khidki Desk

अर्जेंटीना के सबसे बड़े अख़बार क्लैरिन के कई पन्ने 300 से अधिक महिलाओं पर लिखे गए ख़ास स्मृति लेखों भरे हैं. अख़बार ने इन 300 से अधिक महिलाओं पर यह स्मृति लेख उन्हें याद करते हुए छापे हैं जो कि पिछले साल भर में सिर्फ़ इसलिए मारी गईं क्योंकि वे महिलाएं थीं. कुछ घरेलू हिंसा के दौरान मारी गईं. कुछ यौन हिंसा के दौरान और कुछ दूसरी इन्हीं तरह की वजहों से.. इन सभी वजहों के भीतर असल में एक ही वजह है कि वे महिलाएं थीं.
पांच साल पहले महिलाओं की हत्या के ढेर सारे मामलों के ख़िलाफ़ अर्जेंटीना में एक बड़ा मार्च आयोजित किया गया था. अख़बार ने इसी मार्च की पांचवी वर्षगांठ पर उस मार्च को याद करते हुए महिलाओं पर यह स्मृतिलेख छापे हैं. इस साल भी यह मार्च आयोजित होना था लेकिन कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते इसे नहीं आयोजित किया गया.
अख़बार की संपादक का कहना है कि यह समाज को महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनाने के मक़सद से किया गया है और साथ ही उनका यह भी कहना है कि यह उन्होंने इसलिए भी किया है कि ये महिलाएं केवल आंकड़ों में ना दर्ज रहें बल्कि उन पर छपे स्मृति लेख उन्हें एक इंसान के तौर पर रेखांकित करें, जो सिर्फ़ इसलिए मारी गईं क्योंकि वे महिला थीं.